Skip to main content

भारत की जमीन पर दावा नहीं ठोक सकेगा चीन, सेना ने बनाया ये काउंटर प्लान

रजत पंडित, नई दिल्ली भारतीय सेना ने चीन की विस्तारवादी नीति के जवाब के लिए एक खास योजना तैयार की है। इस योजना के अनुसार उत्तरी सीमा क्षेत्र में भारतीय इलाकों की दावेदारी को मजबूत करने के लिए पर्वतारोहण अभियान (Mountaineering Expedition) के साथ ही शोध अध्ययनों (Research Studies) को बढ़ावा देगी। ये शोध देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होंगे। सेना 3 मार्च से लद्दाख के महत्वपूर्ण काराकोरम दर्रे से उत्तराखंड के लिपुलेख तक एक बड़ा स्कीइंग अभियान ‘ARMEX-21’ शुरू करने जा रही है। इसमें 80 से 90 दिनों में विशेष रूप से प्रशिक्षित पर्वतारोही लगभग 1,500 किमी की दूरी तय करेंगे। पर्वतारोहण और अन्य अभियानों के जरिये मौजूदगी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चीन की दूसरे के क्षेत्र को हथियाने वाली साफतौर पर विस्तारवादी नीति का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने की आवश्यकता है। सेना नॉर्दन बॉडर्स पर अतिरिक्त बलों और हथियारों की तैनाती के साथ संतुलन बनाने में लगी है। ऐसे में जरूरी है कि अपने उन क्षेत्रों जहां गतिविधियां बिल्कुल नहीं हैं, पर्वतारोहण और अन्य अभियानों के जरिये अपनी मौजूदगी दर्ज कराई जाए। नैशनल-इंटरनैशल जर्नल में पब्लिश होंगी रिसर्च वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) दोनों सटे भारत के इलाकों से संबंधित रिसर्च और स्टडीज को बढ़ावा देने की जरूरत है। इससे साथ ही उन्हें नेशनल और इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश कराने की भी आवश्यकता है। इसमें डॉक्यूमेंटेशन, स्थानों का जियोटैगिंग और एविडेंस क्रिएशन भी शामिल होगा। इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन की मदद आर्मी इसी तरह के अभियान के इंडियन फाउंटेनियरिंग फाउंडेशन और अन्य माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट्स की मदद से एलएसी और इंटरनेशनल बॉर्डर के पास की चोटियों पर अभियानों की प्लानिंग करेगी। इसमें आम लोगों के साथ ही विदेशी नागरिक भी शामिल हो सकेंगे। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इससे रिमोट एरिया में टूरिज्म को बढ़ावा मिलने के साथ ही वहां की आबादी का मुख्यधारा के लोगों के साथ मेलजोल बढ़ेगा। यह सब चीजें ऐसे समय में हो रही है जब भारत और चीन के बीच 10 महीने के गतिरोध के बाद हाल ही में डिस्इंगेजमेंट की प्रक्रिया का पहला फेज पूरा हुआ है। 18 फरवरी को पूरी हुई सैनिकों की वापसी भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का समझौता हुआ था। समझौते के अनुरूप चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को हटाकर पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर आठ क्षेत्र की पूर्व दिशा की ओर ले गया। वहीं, भारत ने अपनी सैन्य टुकड़ियों को फिंगर तीन के पास अपने स्थायी शिविर धन सिंह थापा पोस्ट पर फिर से वापस बुला ली। यह प्रक्रिया 10 से 18 फरवरी तक चली। दोनों देश अब गोगरा, हॉट स्प्रिंग, देपसांग पर बातचीत कर रहे हैं।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2O9vkPA

Comments

Popular posts from this blog

IND vs WI 5th ODI: स्‍टेडियम को हाउसफुल करने के लिए केसीए ने अपनाया ये तरीका

केरला क्रिकेट संघ (केसीए) के अधिकारियों को विश्वास है कि 45,000 से अधिक क्षमता वाले स्टेडियम में गुरुवार को हाने वाले मुकाबले से पहले सभी टिकट बिक जाएंगी. from Latest News क्रिकेट News18 हिंदी https://ift.tt/2zdPBbN

19 साल के इशान किशन ने 17 गेंदों में लगाई फिफ्टी, 6 गेंद में लगाए 5 छक्के

इशान किशन ने 20 गेंद में 62 रन बनाए from Latest News क्रिकेट News18 हिंदी https://ift.tt/2I92abm

शिखर धवन ने 1 मिनट में बना दिया सबसे 'शर्मनाक' रिकॉर्ड, अफरीदी को दिया 'सम्मान'!

पहले क्वालीफायर में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद की पहले बल्लेबाजी from Latest News क्रिकेट News18 हिंदी https://ift.tt/2IIhLPm